महिलाओ� के प्रत� हिंस� समाप्त� हेतु केरल मे� आयोजित कार्यशालाओ� मे� आर फर्नांडि� की टिप्पणियां
महिलाओ� के प्रत� हिंस� का समाप� विषय पर केरल मे� ब्रिटे� के समर्थन से एक कार्यशाल� की सप्ताह-भर चलनेवाली श्रृंखला का उद्घाट� समारोह 5 दिसंबर 2015 को एर्नाकुल� स्थि� सेंट टेरेसा कॉले� मे� आयोजित किया गया।

दूसर� दि� किसी ने मुझे एक ‘सामाजिक प्रयोग� की वीडियो क्लि� दिखाई। इसमे� एक पार्� मे� एक जोड़ा दिखाया गय� था; जिसमें पुरु� महिल� से जो�-जो� से झग� रह� था और उस� पी� रह� था� निश्चि� रू� से दोनो� अभिनेत� थे, वास्तविक युगल नहीं। राहगीरो� ने महिल� को रोता हु� देखा और सुना� कु� थोड़ा सा रुके भी, पर चलते रहे। कु� लो� रु� गए और दिलचस्पी या उत्सुकता से घूरत� रह�, फि� चलते बने। उस जोड़े को अल� करने या पुरु� को चुनौती देने के लि� को� भी आग� नही� आया। उस क्लि� का अं� इस भयान� प्रश्न के सा� होता है कि- क्या आप सहायता के लि� रुकेंग�? आप क्या करेंगे? हमार� श्रेष्� उत्त� हममे� से कु� के लि� शर्मना� हो सकते हैं। लेकि� यह सवाल हमेश� मौजू� है� केवल आज के लि� नही� बल्क� प्रत्येक दिन। हमें अपनी धारणाओ�, अपने व्यवहारो�, अपनी आदतो� को जांचने की जरूर� है� आज हमार� इस प्रकार एकत्� होना विचा� करने, सीखन� की उसी इच्छ� का संके� है�
हम अपने सहभागियो� लॉयर्स कलेक्टिव, कल्चरल एकेडमी फॉ� पी� और एचआरएलएन के शुक्रगुजार हैं। हम केरल विधि� सेवा प्राधिका�, लो� अभियोज� निदेशालय तथ� पुलि� अकादमी से प्राप्� सहयो� का भी शुक्रिया अद� करते हैं। सिस्टर विनिथा तथ� डॉ. साजिमो� तथ� सेंट टेरेसा के शिक्षक तथ� छात्रग�, आप सभी को केरल मे� इस महत्वपूर्ण शुरुआत के अवसर पर मेजबानी करने के लि� बहुत-बहुत धन्यवाद। भारत के एक प्रमुख महिल� कॉले� होने के नाते आपने इस राष्ट्री� परियोजना के प्रत� एकजुटत� दिखा� है� माननी� न्यायमूर्त� कुरियन जोसे� के हमार� सा� मौजू� होने से भी हम अत्यंत सम्मानित अनुभ� करते हैं। धन्यवा� महोद�, आपकी उपस्थिति और आपके समर्थन के लिए। हमें खुशी है कि केरल की कार्यशाल�, अंतर्राष्ट्री� स्तर पर चिह्नि� संयुक्� राष्ट्� की सक्रियता के 16 दिनो� के समानांतर आयोजित है� हम राष्ट्री� तथ� वैश्वि� रू� से एक आंदोलन का हिस्सा बनने के लि� आप सभी के प्रत� शुक्रिया अद� करते हैं।
हम केरल के गृहमंत्री मि. चेन्निथल�, सामाजि� न्या� मंत्री डॉ. मुनी� और केरल के मुख्� न्यायाधी� श्री भूषण को उस ढांच� के लि� भी धन्यवा� देते है�, जिसे उन्होंने सृजि� तथ� वर्षों तक परिपोषित करने मे� योगदान दिया है� यह इसलि� कि आप तथ� अपके सहकर्मियों ने सम्मिलित रू� से इतने परिश्र� से कार्� किया है कि इस प्रकार की कार्यशालाए� इतनी प्रभावी हैं।
इस वर्ष के प्रारं� मे� अंतर्राष्ट्री� महिल� दिवस के अवसर पर, भारत के राष्ट्रपति महोद� ने कह� जिसे मै� उद्धृत कर रह� हू�: “समानत�, स्वतंत्रता और गरिम� हमार� दे� की महिलाओ� के लि� को� दूरस्थ लक्ष्य या शौकिया आकांक्षाएं नही� हैं। ये उनके पावन अधिकारों मे� आत� हैं। ये विशेषाधिका� नही� है� जिसकी उन्हें इच्छ� होनी चाहिए। ये हमारी उन आचार संहिताओं के मुख्� तत्व रह� है� जिसे हमार� प्राची� समाजों मे� उनके लि� 3000 से भी अधिक वर्षों पूर्� से अनुशंसित किया गय� है� यह हमारी संस्कृति है, यह हमारी विरासत है।�
अत�, कि� प्रकार ब्रिटे� एक परिवर्तन लाता रह� है?
2010 मे� ब्रिटे� ने एक अंतर-सरकारी रणनीति प्रकाशित की, महिलाओ� तथ� बालिकाओं के प्रत� हिंस� की समाप्त� के लि� एक आह्वान� मार्� 2015 मे�, सरका� द्वारा प्रगति के विवरणो� की एक रिपोर्� प्रकाशित की गई� इसमे� सम्मिलित प्रगति थी�- घरेल� प्रतारणा को अपरा� बनान�, जबरन विवा� को अपरा� बनान�, नए कठोर कानू�, महिल� जननांग विकृति पर कानू� मजबू� करना�
जुला� 2015 मे�, ब्रिटे� द्वारा 3.2 मिलियन पाउं� के एक नए को� की शुरुआत की गई, जिसस� स्थानी� निकायो� को घरेल� झगड़ो� को रोकन� और समाधान करने मे� मद� मिले� यह वर्तमा� 40 मिलियन पाउं� के अतिरिक्त है, जो ब्रिटे� मे� महिलाओ� के प्रत� हिंस� रोकन� की सहयोगी सेवाओं तथ� विशेषज्ञ हेल्पलाइनो� के लि� पूर्� निर्धारि� है�
ब्रिटे�, विश्वविद्याल� परिसरो� मे� महिलाओ� के प्रत� हिंस� को रोकन� और बं� करने के लि� एक व्यवहा� संहिता के निर्मा� मे� भी सहायता कर रह� है� ब्रिटे� के केंद्री� मंत्रिपरिष� की एक तिहा� सदस्� महिलाए� हैं।
गत मा� ब्रिटे� ने अबूधाबी मे� आयोजित वीप्रोटेक्� सम्मेल� के दौरा� ऑनलाइन बा� यौ� शोषण के समाधान पर एक वैश्वि� चर्च� प्रारं� की थी�
ब्रिटे� यह सुनिश्चि� करने का कार्� कर रह� है कि सार्वजनि� को� से सहायता प्राप्� सभी वकी� यौ� प्रतारणा के मामलों मे� कार्� करने के लि� पीड़ितो� के प्रशिक्ष� के विशेषज्ञ हों।
कैसे ब्रिटे� भारत के अंदर तथ� सा� मिलक� एक परिवर्तन ला रह� है?
ब्रिटे� भारत मे� परियोजनाओं को सहायता देता है जो बालिकाओं मे� सुरक्ष� तथ� यौ� शोषण के प्रत� जागरुकता पैदा करने, जनजाती� महिलाओ� की वृहत्त सामाजि� सहभागिता सुनिश्चि� करने, महिलाओ� के लि� का� करनेवाले नागरिक सामाजि� संगठनो� मे� क्षमता निर्मा� करने के लि� कार्यर� हैं। गत मा�, ब्रिटे� ने, लैंगिक मुद्दो� तथ� प्राथमिकताओं पर हमार� साझा विचारो� को और बढ़ाव� देने के उद्देश्य से ब्रिटे� जानेवाली भारती� महिल� नेताओं के एक प्रतिनिधिमंड� को समर्थन दिया� अत�, भारत मे�, परिवर्तन लाने का हमार� सबसे वृहत्त तरीका सहभागिता के माध्यम से है� इस सप्ताह केरल मे� हम जि� कार्यशालाओ� को समर्थन प्रदान कर रह� है�, वे इसीके प्रती� हैं। हमने गत मा� तमिलनाडु मे� भी इसी प्रकार की कार्यशालाए� आयोजित की थीं।
केरल मे� हम ती� तरीको� से परिवर्तन ला रह� है�:
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प्रथ�, हमें आश� है कि जो अधिकारी एर्नाकुल� और त्रिशू� की कार्यशालाओ� मे� भा� ले रह� है�, वे केरल भर मे� अपने-अपने जिलो� तथ� शहरो� मे� ये नए विचा� लेकर जाएंगे�
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द्विती�, इन कार्यशालाओ� के परिणामस्वरूप एक नए प्रारूपि� शिक्षण तथ� सहभाजन मैनुअल का विका� होगा, जिसे ऐतिहासिक तथ� नए कानूनो� और व्यवहारो� के संदर्भ मे� प्रासंगि� बनान� और बेहत� ढं� से समझन� के लि�, भारत भर के महिलाओ� के प्रत� हिंस� रोकनेवाल� कार्यकर्ताओं, वकीलो� द्वारा प्रयुक्त किया जा सकता है� इसका प्रारू� अगले वर्ष के प्रारं� तक तैया� हो जाना चाहि� और हमें आश� है कि इसका अंति� प्रारू� इसके तुरं� बा� नई दिल्ली मे� आयोजित एक राष्ट्री� प्रसार समारोह मे� पे� कर दिया जाएगा।
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तृती�, आज हम महिलाओ� के प्रत� हिंस� की दो पुस्तिकाओं के मलयालम संस्कर� प्रस्तुत कर रह� है�, जिसक� प्रकाश� मे� हमार� सहयो� रह� है- यह संघर्ष करने वालो� तथ� वकीलो� के लि� है� केरल के सामाजि� न्या� विभा� का शुक्रिया, जिसक� सहयो� से इन पुस्तिकाओं को थो� मे� मुद्रि� किया जाएग� तथ� केरल भर मे� महिलाओ� तथ� महिलाओ� के प्रत� हिंस� रोकन� मे� कार्यर� वकीलो� मे� वितरित किया जाएगा।
आखिरका�, हम जो कु� भी करते है�- और जो नही� करते है�, उसके चय� के लि� पूरी तर� जिम्मेवा� है�: हमार� विचा�, हमार� कार्�, हमार� शब्द, हमारी चुप्पी के मुद्दे� हमें ‘परिवर्त� लाने� के लि� हमेश� किसी और के आग� आन� का इंतजार नही� करना चाहि�- स्वयंसेवी संगठ�, सरका�, पुलि�, न्यायपालिक�, अकादमि� समुदाय, मीडिया आद� को� भी� हा�, इन सबों की भी एक भूमिका है, लेकि� जब कभी कही� इस तर� की को� घटना या इसका जोखि� हो, हमें अपने आप से अवश्� पूछन� चाहि�: हमारी क्या जिम्मेवारी है? मेरी क्या जिम्मेवारी है? मै� क्या करने जा रह� हू�?
आइ�, एक परिवर्तन लाएं- सहभागिता के माध्यम से� मुझे आश� है कि आज इस समारोह के शुभारं� तथ� कार्यशालाओ� के माध्यम से उत्तरदायित्व बो� के प्रत� हमार� संकल्प विशे� रू� से सुदृ� होंग�- सकारात्म�, त्वरित तथ� मानवीयत� से परिपूर्ण�
स्टुअर्ट एड�, प्रमुख,
प्रे� तथ� संचा�
ब्रिटि� उच्चायोग, चाणक्यपुरी
नई दिल्ली 110021
टेलीफो�: 44192100; फैक्�: 24192411
मे� करें: आर फर्नांडि�
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