‘भार� मे� लाइफ साइं� गतिविध� का केंद्र बिंद� है बेंगलूरु�
बेंगलूरु स्थि� ब्रिटि� उप उच्चायुक्त डॉमिनि� मैकएलिस्टर द्वारा भारती� स्तन शल्यचिकित्सक सं� के सम्मेल� मे� संभाषण�

मै� यहां उपस्थि� होकर प्रसन्� हू� और भारती� स्तन शल्यचिकित्सक सं� का आभारी हू� कि उन्होंने मुझे इस विषय पर बोलन� का अवसर प्रदान किया, जो मेरे और भारत मे� ब्रिटि� उच्चायोग के लि� अत्यंत महत्वपूर्ण है�
मैंन� खु� रसायनशास्त्र का प्रशिक्ष� लिया है, लेकि� एक कैंस� विज्ञा� औष� विक्रेता से मेरी शादी हु� है इसलि� हमार� घर मे� इन मुद्दो� पर हमेश� ही चर्च� होती है�
बेंगलूरु भारत मे� लाइफ साइं� की गतिविध� का केंद्र बिंद� है� बेंगलूरु स्थि� ब्रिटि� उप उच्चायोग मे� हमें इस क्षेत्� मे� नवी� व्यापा�, निवे� और शो� एव� विका� के कार्यो� को विकसित करने का कार्� सौंप� गय� है� हमें लोगो� को एक दूसर� से जोड़न� का कार्� सौंप� गय� है जिसस� यह साझेदारी और आग� बढ़ेगी�
यूके और भारत के लाइफ साइं� मे� एक दूसर� के सा� एक लंबी साझेदारी है और खा� तौ� से कैंस� विज्ञा� के क्षेत्� पर विशे� ध्या� केंद्रित है�
चलिए मै� आपको बतात� हू� कि हम एक-दूसर� को क्या दे सकते है� और कि� जग� हम सा� मिलक� उत्कृष्ट का� कर सकते है:
यूके और कैंस� रो� विज्ञा� (औन्कोलॉजी)
यूके कैंस� के अध्ययन मे� अग्रणी है, जिसमें जांच और निदा� से लेकर खो� अनुसंधान और स्वास्थ्� सेवा वितर� तक शामि� हैं।
हमार� यहां एक राष्ट्री� कैंस� रजिस्ट्री है जो कि अनुसंधान और चिकित्सकी� परीक्षण के लि� अत्यंत सशक्� औज़ार है� यूके मे� कैंस� से ग्रस्त हर 100 मरीज़ो� मे� से 21 का चिकित्स्की� अध्धयन शुरू किया जाता है और इसमे� से सा� का आकस्मि� नियंत्रि� परीक्षण होता है�
85,000 मरी� प्रत� वर्ष कैंस� के अनुसंधान अध्ययन के लि� भर्ती कि� जाते है� और यह संख्या यूएस� से ज्यादा है� कैंस� रिसर्च यूके (सीआरयूके) विश्� का सबसे बड़� स्वतंत्र कैंस� अनुसंधान धर्मार्थ संगठ� है, जो सीआरयूके के कर्मचारियो� और अनुदान प्राप्� शोधकर्ताओं द्वारा निदेशि� अनुसंधान को समर्थन देता है� या फि� उद्योग के सा� साझेदारी करके कैंस� के प्रत� जागरूकता का प्रसार करता है�
समूच� यूके मे� 18 प्रयोगात्म� कैंस� चिकिसा केंद्र (ईसीएमसी), जिन्हे� सीआरयूके और इंग्लैंड, स्कॉटलैं�, वेल्� और उत्तरी आयरलैं� द्वारा संयुक्� रू� से समर्थि� किया जाता है, नए उपचारो� के विका� को संचालि� कर रह� है� और तेजी से रोगियो� को ला� पहुंचा रह� हैं।
भारत और कैंस� विज्ञा�
भारत विश्� स्तर पर प्रभावित होने वाला तीसर� सबसे बड़� दे� है:
भारत मे� 8 प्रतिश� मौ� कैंस� के कारण होती है�
भारत मे� कैंस� के प्रमुख प्रकार है�: स्तन, मलाश�, फेफेड़े, नॉ�-हॉजेकि� लिम्फोमा (एनएचएल) और प्रोस्टे� कैंसर। 2018 तक कैंस� उपचा� का चक्रवृद्धि वार्षि� वृद्धि दर (सीएजीआर) 6.5 प्रतिश� सालाना से बढ़ाक� 240 मिलियन यूएस डॉलर तक करना निश्चि� किया गय� है�
बेंगलूरु अनुसंधान, चिकित्सकी� प्रौद्योगिकी और उन कम्पनियो� के लि� केंद्र है जो त्वरित खो� कार्� मे� प्रयासरत हैं। सा� ही यहां चिकित्सकी� अध्ययन और स्वास्थ्यसेव� के लि� अच्छ� अस्पता� भी हैं।
तो हम सा� मिलक� क्या कर रह� है�?
साझा कार्�
2016 मे� यूकेटीआइ ने अपना अभियान ‘मेकिं� कैंस� हिस्ट्री� शुरू किया�
यूकेटीआइ इंडिया के विस्तारि� जीवन विज्ञा� रणनीति मे� कैंस� विज्ञा� को महत्वपूर्ण कार्यक्षेत्र के रू� मे� पहचाना गय� है�
इस अभियान के जरिए हम:
- हम उद्योगों के बी� नए रिश्ते जोड़ेंग�;
- यूके-भारत के बी� संबं� स्थापि� करना, जिसे औद्योगिक सहभागियो� से समर्थन प्राप्� होगा� इस� यूकेटीआइ द्वारा संचालि� किया जाएग� ताकि सभी प्रासंगि� हितधारको� को एक सा� लाकर नय� पारिस्थितिकी तंत्� बनाय� जा सके।
हम निम्नलिखित कार्� कर रह� है�:
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न्यूटन-भाभा कायक्र� के अंतर्ग� यूके चिकित्सा अनुसंधान परिष� (एमआरसी) और भारती� जैवप्रौद्योगिकी विभा� (डीबीटी) ती� प्रमुख शो� केंद्रों को आर्थिक सहायता दे रह� हैं। इनमे� से एक एमआरसी-डीबीटी कैंस� जीवविज्ञान और चिकित्सा का संयुक्� केंद्र केंम्ब्रिज विश्वविद्याल� के एमआरसी कैंस� इकाई को बेंगलूरु के राष्ट्री� जीवविज्ञान केंद्र से जोड़ेगा ताकि संयुक्� शो� कार्यक्रमो�, स्थानांतरि� अनुसंधान और क्षमता निर्मा� के जरिए कैंस� जीवविज्ञान और चिकिसा मे� शो� को बढ़ाव� दिया जा सके।
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यूके एक ला� जीनो� परियोजना और मरीजो� की जानकारी तक एनएचएस की बेहत� पहुं� के कारण सूक्ष्मत� चिकित्सा के क्षेत्� मे� अगुआ है� सूक्ष्मत� चिकित्सा (प्रिसीजन मेडिसि�) मे� कैंस� रोगियो� के लि� नई लक्षित चिकित्सा का विका� करने का ताकत है और यह यूके और भारती� शोधकर्ताओं के लि� अवसरों के बढ़ते क्षेत्� के रू� मे� उभ� रह� है� हमारी राष्ट्री� नवाचार एजेंसी ‘इनोवे� यूके� ने इस वर्ष अप्रैल मे� प्रिसीजन मेडिसि� कैटपुल्ट स्थापि� किया और समूच� यूके मे� इसके छह उत्कृष्ट केंद्र हैं।
- बेंगलूरु मे� सेलवर्क्� नॉ�-स्मॉ� से� फेफड़� के कैंस� (एनएससीएलसी) पर कैंस� रिसर्च यूके और वेल्कम के सा� मिलक� कार्� कर रह� है�
- बेंगलूरु की ओर लक्ष्य के बा� ‘होराइजन डिस्कवरी� को स्थापि� किया गय� है� वे खो� अनुसंधान मे� कार्यर� है� और भारत के पूर्वनैदानिक संगठनो� के सा� रिश्तो� को विकसित करने मे� जूटे हैं।
- यूके मे� वि� निर्माता ‘विगोमेनिया� भारत मे� अपोल� और हेल्थकेय� ग्लोबल (एचसीजी) जैसे अस्पता� के सा� मिलक� कार्� शुरू कर चुके हैं।
- अन्य साझेदारिया� भी अपेक्षित हैं। हमारी कोशि� है कि हम अधिक और बेहत� कार्� के लि� अधिक से अधिक नैदानि� और प्रौद्योगिकी कम्पनियो� को एक सा� जोड़ें। हम भारत और यूके के शो� एव� विका� और नवाचारों के सहयोगियो� को एक सा� लाकर अगली पीढ़ी को सेवाएं प्रदान करने के प्रत� कार्� करना चाहत� हैं।
- अग� आप हमारी योजनाओ� के विषय मे� अधिक जानकारी चाहत� है� तो कृपय� यूके व्यापा� एव� निवे� और विज्ञा� और नवाचार दल से संपर्क करें�
- मै� हमार� इस मं� को अवसर प्रदान करने के लि� आभारी हूं। मै� आपको सम्मेल� की सफलत� के लि� शुभकानाए� देता हूं।